क्या IGNOU Bed result 2025 में बड़ा घोटाला? एक ही ज़ोन से दर्जनों स्टूडेंट्स कैसे पास हो गए!

IGNOU BEd result 2025: देश की सबसे बड़ी ओपन यूनिवर्सिटी इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) ने हाल ही में B.Ed एंट्रेंस एग्जाम 2025 का रिजल्ट घोषित कर दिया है। जहां हजारों स्टूडेंट्स इस रिजल्ट का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे, वहीं अब रिजल्ट के सामने आते ही नए सवाल खड़े हो गए हैं। सबसे बड़ा सवाल – क्या इग्नू ने B.Ed में किसी खास ज़ोन को फ़ायदा पहुंचाया है?

IGNOU B.Ed result 2025

दरअसल, इस बार का IGNOU BEd result 2025 न सिर्फ फॉर्मेट के लिहाज से बदला है, बल्कि उसमें कई चौंकाने वाली बातें भी सामने आई हैं। स्टूडेंट्स के बीच सबसे ज्यादा चर्चा इस बात की हो रही है कि एक ही रीजनल सेंटर (RC) से 100 से भी ज़्यादा स्टूडेंट्स पास कैसे हो गए? जबकि सीटें सीमित थीं और कैटेगरी वाइज वितरण भी तय होता है।


IGNOU BEd Result 2025 में नया फॉर्मेट और ढेरों सवाल:

इस बार IGNOU BEd Result 2025 को पारंपरिक रीजनल सेंटर वाइज जारी न करते हुए, एक ही PDF में सभी ज़ोन का पूरा डेटा डाल दिया है। ये PDF 484 पेज की है जिसमें क्वालिफाइड और नॉट क्वालिफाइड दोनों तरह के स्टूडेंट्स की लिस्ट है।

लेकिन हैरानी की बात यह है कि कुछ ज़ोन में अपेक्षा से कहीं अधिक स्टूडेंट्स क्वालिफाई कर गए हैं। जैसे जयपुर RC से सामान्यतः 50 सीटें होती हैं, जिनमें UR, OBC, SC-ST सभी कैटेगरी शामिल होती हैं। पर इस बार कुछ RC से 100 से ज़्यादा कैंडिडेट्स के क्वालिफाइड होने की चर्चा है।


क्या सिस्टम में पारदर्शिता की कमी है?

स्टूडेंट्स का कहना है कि IGNOU BEd result 2025 का फॉर्मेट इतना जटिल है कि लोगों को समझ ही नहीं आ रहा कि उनका स्कोर मेरिट में आएगा या नहीं। कई स्टूडेंट्स का यह भी दावा है कि उन्होंने प्रीवियस ईयर क्वेश्चन पेपर्स (PYQ) और पेड कोर्सेस से तैयारी की थी, जिससे उनका स्कोर काफी अच्छा आया है।

कुछ कोचिंग संचालक चैनलों पर दावा कर रहे हैं कि उनके स्टूडेंट्स को 85+ स्कोर मिला है, और टॉप रैंक उन्हीं के स्टूडेंट्स के नाम है। ऐसे में क्या कोचिंग संस्थान ही परीक्षा की दिशा तय कर रहे हैं? यह सवाल अब हर स्टूडेंट के ज़ेहन में है।


क्या सभी को मिलेगा काउंसलिंग का मौका?

रिजल्ट में सिर्फ “Qualified” और “Not Qualified” का स्टेटस दिया गया है, लेकिन अभी तक मेरिट लिस्ट या कट-ऑफ की कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है।

  • उच्च अंक पाने वालों को पहले काउंसलिंग के लिए बुलाया जाएगा।
  • लो स्कोर वाले स्टूडेंट्स को सेकंड काउंसलिंग में अवसर मिल सकता है।
  • इस बार वेटिंग लिस्ट का कोई संकेत नहीं दिया गया है, जिससे कई स्टूडेंट्स में चिंता है।

छात्रों की नाराजगी – क्या है असली वजह?

कुछ स्टूडेंट्स ने सोशल मीडिया पर नाराजगी ज़ाहिर की है कि रिजल्ट में पारदर्शिता नहीं है। एक ही ज़ोन से कई छात्रों का पास हो जाना एक संयोग नहीं, संदेह बन चुका है।


IGNOU BEd result 2025 में पक्षपात या संयोग? कौन है असली टॉपर?

IGNOU BEd Result 2025 को लेकर छात्रों के बीच कई सवाल उठ रहे हैं। एक ही रीजनल सेंटर से बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स का पास होना संयोग कहा जाए या पक्षपात – इस पर बहस तेज़ है। छात्रों का कहना है कि मेरिट लिस्ट साफ़ नहीं है और रिजल्ट में पारदर्शिता की कमी दिखाई दे रही है। कुछ स्टूडेंट्स ने आरोप लगाया कि पेड कोर्सेस वाले अधिक पास हुए हैं। वहीं, यूनिवर्सिटी का दावा है कि मूल्यांकन निष्पक्ष है। अब सवाल यह है—क्या टॉपर वाकई मेहनत से आगे बढ़ा है या सिस्टम की खामियों से?

सच्चाई जानने के लिए छात्रों की मांग – पारदर्शिता लाओ या जांच कराओ!

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