Ahmadabad Plane Crash: Vikrant Massey को लगा बड़ा झटका! क्लाइव कुंदर का प्लेन क्रैश में निधन;


Ahmedabad plan crash में Vikrant Massey को लगा बड़ा झटका; 12 जून 2025 को दोपहर लगभग 1:38 बजे, एअर इंडिया फ्लाइट AI‑171 जिसका गंतव्य लंदन गैटविक था, अहमदाबाद हवाई अड्डे से टेकऑफ़ करने के कुछ ही मिनटों में मेघानिनगर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई विमान में 242 लोग सवार थे—169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक। इसके साथ ही फ्लाइट में 12 चालक दल के सदस्य भी थे।

Vikrant Massey

क्लाइव कुंदर — बहादुर पायलट, परिवार के करीबी

विमान में पहले अधिकारी (First Officer) की जिम्मेदारी क्लाइव कुंदर निभा रहे थे । जो Vikrant Massey के पारिवारिक मित्र थे एक अनुभवी पायलट के तौर पर उनके पास उड़ान का 1,100 घंटे से अधिक का अनुभव था, जबकि कैप्टन के पास 8,200 घंटे की उड़ान सेवा थी।

अपने कर्तव्य को निभाते हुए क्लाइव ने उस दिन अपनी जान गंवा दी। इस दर्दनाक हादसे ने सैकड़ों परिवारों को उजाड़ दिया, और क्लाइव का परिवार भी उसी गम का हिस्सा बन गया।

Vikrant Massey का भावुक शोक;


Vikrant Massey ने हादसे के बाद इंस्टाग्राम पर क्लाइव कुंदर को पहले “चचेरा भाई” बताया, फिर स्पष्ट किया कि वह पारिवारिक मित्र थे। लेकिन संबंध चाहे जो भी हो, उनके लिए यह नुकसान बेहद निजी और दर्दनाक था।

उन्होंने लिखा, “मेरे दिल को तोड़ दिया… मेरे चाचा ने अपना बेटा खो दिया। भगवान सभी परिवारों को ताकत दे।”
बाद में उन्होंने अपील की, “क्लाइव मेरे चचेरे भाई नहीं, पारिवारिक मित्र थे, कृपया अफवाहों से बचें।”

Bollywood की प्रतिक्रिया;

इस दुर्घटना पर शाहरुख खान, आमिर खान, सलमान खान, आलिया भट्ट, कंगना रनौत, अक्षय कुमार समेत अनेक सेलिब्रिटीज़ ने दुख की घड़ी में परिवार के बीच मौजूद रहने का संदेश पोस्ट किया

न्याय और सुरक्षा:

  • एयर इंडिया और सरकार मिलकर घटना की जांच में लगी है, जिसमें इस प्रकार के हादसों की पुनरावृत्ति रोकने की जिम्मेदारी निहित है।
  • खोज और दुर्गमता प्रबंधन को और सुदृढ़ करना होगा, खासकर हवाई अड्डों के आसपास के आवासीय इलाकों को ध्यान में रखते हुए।
  • विक्रान्त जैसे समुदाय के प्रभावित सदस्यों को ध्यान में रखते हुए, मीडिया को भी सजगता और संवेदनशीलता बरतनी है।

Ahmadabad Plane Crash 12 जून की दोपहर का वह क्षण, जब अहमदाबाद में Boeing 787‑8 की आग लगी, ने सिर्फ 242 यात्रियों की नहीं बल्कि रिश्तों, सपनों और उम्मीदों की भी डोरी तोड़ दी। व्यक्तिगत रूप से विक्रान्त मेस्य ने इस हादसे में गहरा आघात महसूस किया, चाहे क्लाइव उनके सगे भाई न सही—but their bond transcended labels.

मुख्तसर में—यह हादसा एक दर्दनाक सच्चाई है, जिसने हमें संवेदनशीलता, सत्य की खोज और मानवीय सहायता की आवश्यकता फिर से याद दिलाई।

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