अगर आप फिल्मों के शौकीन हैं, तो How to Train Your Dragon का नाम आपने जरूर सुना होगा। ये वही फ्रेंचाइज़ी है जिसने अपनी एनिमेटेड ट्रायोलॉजी से दुनियाभर के दर्शकों का दिल जीत लिया था। लेकिन अब, इस शानदार कहानी का एक नया अध्याय खुल चुका है—लाइव एक्शन वर्जन के साथ।
जी हां, ये वही कहानी है, वही किरदार हैं, लेकिन अब सबकुछ असली दिखने की कोशिश में CGI और रियल एक्टर्स के कॉम्बिनेशन के साथ बड़े पर्दे पर पेश किया गया है।

डिज़्नी और हॉलीवुड की बाकी फिल्में पहले भी एनिमेटेड से लाइव एक्शन में बदल चुकी हैं—कभी कमाल करती हैं, तो कभी सिर्फ सवाल छोड़ जाती हैं। और इस ट्रेंड को देखकर कई दर्शकों का रिएक्शन यही होता है: “भाई, ये दोबारा क्यों बना रहे हो?”
तो क्या How to Train Your Dragon का लाइव एक्शन वर्जन वाकई कुछ नया देता है या फिर ये भी बस एक और रीमेक है जो पुरानी यादों को भुनाने आया है? आइए जानते हैं…
कहानी वही, मगर प्रेजेंटेशन में ट्विस्ट;
How to Train Your Dragon की कहानी हमें ले जाती है एक इमेजिनरी दुनिया में, जहां वाइकिंग्स ड्रैगन्स से लड़ते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि ये उनकी दुश्मन हैं। इसी दुनिया में एक लड़का है—हिकअप। बाकी वाइकिंग्स की तरह न तो वह बहादुर दिखता है, न ही उसे लड़ाइयों में कोई दिलचस्पी है। लेकिन उसकी किस्मत उसे एक घायल ड्रैगन से मिला देती है, और वहीं से शुरू होती है एक अनोखी दोस्ती।
कहानी में कुछ खास बदलाव नहीं किए गए हैं, लेकिन हां, एक्स्ट्रा सीन्स डालकर फिल्म को थोड़ा लंबा कर दिया गया है। एनिमेटेड वर्जन जहां 1 घंटा 38 मिनट का था, वहीं यह लाइव एक्शन फिल्म करीब 2 घंटे 5 मिनट की है
एनिमेशन बनाम लाइव एक्शन: क्या बदला?
अब बात करते हैं असली फर्क की—क्या है लाइव एक्शन में नया?
असल में How to Train Your Dragon फिल्म का 80% हिस्सा अब भी कंप्यूटर जनरेटेड ही है। ड्रैगन अभी भी CGI से बनाए गए हैं, लड़ाइयों के बैकग्राउंड और सीन भी VFX से भरे पड़े हैं। जो असली है, वो सिर्फ एक्टर्स, उनके कॉस्ट्यूम्स और कुछ सेट्स।
लेकिन मानना पड़ेगा, इस बार का CGI काफी बेहतरीन है। ड्रैगन्स को एनिमेटेड से उठाकर लाइव एक्शन में ऐसे फिट किया गया है कि एक भी फ्रेम में फेक नहीं लगता। टूथलेस—यानी हिकअप का ड्रैगन दोस्त—अब भी उतना ही क्यूट और कूल है जितना पहले था।
How to Train Your Dragon: एक्टिंग, म्यूज़िक और डायरेक्शन:
फिल्म How to Train Your Dragon के डायरेक्टर, राइटर और कई कलाकार पुराने वर्जन से जुड़े हुए हैं, जिससे कहानी की आत्मा बरकरार रहती है। एक्टर्स ने अपने किरदारों में जान डाल दी है। हिकअप का किरदार दिल जीत लेता है, वहीं बाकी सपोर्टिंग कैरेक्टर्स भी कहानी को मजबूती देते हैं।
म्यूजिक की बात करें तो जॉन पॉवेल ने एक बार फिर कमाल कर दिया है। बैकग्राउंड स्कोर और खासकर ड्रैगन फ्लाइंग सीन में बजने वाला म्यूजिक आपको 3D स्क्रीन से बांध कर रखता है।
तो आखिर इस फिल्म की जरूरत क्यों थी?
यह सबसे बड़ा सवाल है, और शायद सबसे जरूरी भी—अगर एक शानदार एनिमेटेड फिल्म पहले से मौजूद है, तो फिर दोबारा वही कहानी क्यों?
इसके दो जवाब हो सकते हैं:
- कुछ लोग अब भी एनिमेशन को ‘बच्चों की फिल्म’ मानते हैं। उनके लिए लाइव एक्शन वर्जन एक “एडल्ट फ्रेंडली” इंटरप्रिटेशन है।
- और दूसरा, आज की जनरेशन को पुराने कंटेंट को नए अंदाज़ में दिखाना एक ट्रेंड बन चुका है।
अगर आप पहले से फ्रैंचाइज़ी के फैन हैं, तो आपको बार-बार लगेगा कि “ये तो मैंने देखा है”। लेकिन अगर आप नए दर्शक हैं, या एनिमेटेड वर्जन नहीं देखा है, तो यह फिल्म आपके लिए बिल्कुल फ्रेश और मजेदार अनुभव हो सकता है।
क्या आपको देखनी चाहिए ये फिल्म?
अगर आप विज़ुअल इफेक्ट्स, बड़ी स्क्रीन और 3D का मजा लेना चाहते हैं, तो हां, यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए। फैमिली के साथ जाने के लिए एकदम परफेक्ट चॉइस है। एक छोटा सा किसिंग सीन है, बाकी सब कुछ क्लीन और दिल को छू जाने वाला है।
हाँ, अगर आप पहले से How to Train Your Dragon के डाई-हार्ड फैन हैं और आपको ओरिजिनल वर्जन बहुत प्यारा है, तो थोड़ा दिल भारी हो सकता है—क्योंकि तुलना तो होगी ही।
How to Train Your Dragon का लाइव एक्शन वर्जन एक वेल-मेड रीटेलिंग है। यह फिल्म कोई नई क्रांति नहीं लाती, लेकिन एक अच्छी कोशिश है। आप इसे “फिर से बनी फिल्म” कह सकते हैं, लेकिन “फिर से देखे जाने लायक” भी।
यह आर्टिकल रीना द्वारा इतना अच्छा लिखा गया है कि इस मूवी को देखने के लिए मैं रोमांचित हूं