Rohit Sharma भारतीय क्रिकेट के सबसे भरोसेमंद और पसंदीदा बल्लेबाजों में से एक, ने 7 मई 2025 को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। यह खबर सुनकर हर क्रिकेट प्रेमी भावुक हो गया। Rohit Sharma ने भारतीय टेस्ट टीम को कई यादगार जीत दिलाई और एक बेहतरीन बल्लेबाज के तौर पर अपनी खास जगह बनाई। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि वह वनडे क्रिकेट खेलते रहेंगे और टीम इंडिया का हिस्सा बने रहेंगे।

कैसे किया संन्यास का ऐलान?
Rohit Sharma ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक भावुक संदेश लिखते हुए अपने संन्यास की घोषणा की। उन्होंने लिखा:
“नमस्कार सभी को, मैं आपसे एक अहम बात साझा करना चाहता हूँ। मैंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। सफेद जर्सी पहनकर अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा गर्व रहा है। इतने वर्षों में मुझे जो प्यार और समर्थन मिला, उसके लिए मैं सभी का दिल से धन्यवाद करता हूँ। मैं वनडे क्रिकेट में भारत के लिए खेलता रहूंगा।”
उनके इस ऐलान के बाद सोशल मीडिया पर बधाइयों और भावुक संदेशों की बाढ़ आ गई। बीसीसीआई ने भी अपने आधिकारिक अकाउंट से Rohit को धन्यवाद देते हुए लिखा – “धन्यवाद, कप्तान! सफेद जर्सी में एक युग का अंत। हमें आप पर गर्व है, हिटमैन!”
Rohit Sharma का टेस्ट सफर;
Rohit Sharma ने नवंबर 2013 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ मुंबई में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था और अपने डेब्यू मैच में ही शानदार 177 रन बनाए थे। उस मैच से ही उन्होंने यह साफ कर दिया था कि वह टेस्ट क्रिकेट में भी उतने ही प्रभावशाली होंगे, जितने वह वनडे और टी20 में रहे हैं।
अपने टेस्ट करियर में उन्होंने कई यादगार पारियां खेलीं और भारतीय टीम के लिए मुश्किल समय में भी शानदार प्रदर्शन किया।
Rohit Sharma का टेस्ट करियर कुछ इस प्रकार रहा:
कुल टेस्ट मैच: 67
कुल रन: 4301
शतक: 12
अर्धशतक: 18
बल्लेबाजी औसत: 40.57
उन्होंने घरेलू मैदानों पर खासकर स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बतौर ओपनर उन्होंने तीन टेस्ट मैचों में तीन शतक लगाए, जिसमें एक दोहरा शतक भी शामिल था।
कप्तानी में भी दिखाया कमाल;
रोहित शर्मा ने 2022 में विराट कोहली के बाद भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी संभाली थी। उनकी कप्तानी में टीम ने 24 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 12 जीते, 9 हारे और 3 ड्रॉ रहे। उन्होंने अपनी शांत और स्थिर कप्तानी से खिलाड़ियों में भरोसा बनाए रखा और कई युवा खिलाड़ियों को मौका भी दिया।
संन्यास के पीछे की वजह क्या रही?
रोहित शर्मा का यह फैसला उस समय आया है जब भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की एक अहम सीरीज होने जा रही है। माना जा रहा है कि उम्र और लगातार क्रिकेट खेलने की थकावट को ध्यान में रखते हुए उन्होंने यह बड़ा कदम उठाया है। साथ ही, वह अब अपने वनडे करियर पर ज्यादा ध्यान देना चाहते हैं, खासकर 2025 चैंपियंस ट्रॉफी और 2027 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए।
कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि Rohit अपने शरीर को ज्यादा लोड नहीं देना चाहते और वनडे में अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते हैं। टेस्ट क्रिकेट की लंबी और थकाऊ सीरीज से दूरी बनाकर वह अपने खेल जीवन को और लंबा करना चाहते हैं।
क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक भावुक पल;
Rohit Sharma का टेस्ट क्रिकेट से जाना निश्चित ही एक युग के अंत जैसा है। वह केवल एक बल्लेबाज नहीं थे, बल्कि एक ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने मैदान पर अपने शांत स्वभाव, दमदार खेल और नेतृत्व क्षमता से सबका दिल जीता। उनकी बल्लेबाजी शैली, खासतौर पर पुल शॉट और कवर ड्राइव, हमेशा याद रखी जाएगी।
अब जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है, तो फैन्स को उनसे वनडे क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी। उनका अनुभव और आत्मविश्वास टीम इंडिया के लिए आगे भी फायदेमंद साबित होगा।
अंत में एक ही बात – धन्यवाद रोहित शर्मा!
Rohit Sharma ने भारतीय टेस्ट क्रिकेट को जो कुछ भी दिया, उसे शब्दों में बांधना मुश्किल है। वह आने वाले समय में भले ही सफेद जर्सी में नजर न आएं, लेकिन उनकी यादगार पारियां और योगदान हमेशा क्रिकेट इतिहास में चमकते रहेंगे।
धन्यवाद रोहित शर्मा – एक शानदार टेस्ट करियर के लिए, और उम्मीद है कि वनडे क्रिकेट में आप हमें और भी गौरवान्वित करेंगे।