R Madhavan Transformation: बिना एक्सरसाइज और सर्जरी के सिर्फ 21 दिनों में घटाया इतना वजन, फैट से हुए फिट, जानें कैसे?

R Madhavan Transformation किसी चमत्कार से कम नहीं है। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि सीनियर नंबी नारायणन की भूमिका निभाने के लिए उन्हें खुद को पूरी तरह से बदलना पड़ा। उन्होंने यह भी बताया कि बिना किसी सर्जरी और भारी वर्कआउट के, केवल 21 दिनों में उन्होंने यह बदलाव किया।

R Madhavan Transformation: बिना वर्कआउट और सर्जरी के 21 दिनों में फैट से फिट,

R Madhavan Transformation ने सबको हैरान कर दिया। उन्होंने केवल 21 दिनों में बिना किसी सर्जरी या भारी वर्कआउट के अपने शरीर को फैट से फिट कर दिखाया। इस दौरान उन्होंने खुद को सीनियर नंबी नारायणन की भूमिका के लिए तैयार किया।

R Madhavan Transformation पर आगे बात करते हुए माधवन ने एक इंटरव्यू में बताया कि लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि उन्होंने बिना सर्जरी और कठिन वर्कआउट के यह परिवर्तन किया। उन्होंने आगे कहा, “यह सब असली है। मैंने जो कुछ भी फिल्म में दिखाया है, वह पूरी तरह से वास्तविक है।”

R Madhavan ने COVID-19 के दौरान इस फिल्म को रिलीज़ नहीं करने का कारण भी बताया। माधवन ने कहा, “हम चाहते थे कि लोग इस फिल्म को बड़े पर्दे पर देखें और इसका पूरा प्रभाव महसूस करें। यह नंबी नारायणन के साथ न्याय करने का सही तरीका था।”

माधवन ने अपने निर्देशन के सफर के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, “यह फिल्म बनाने का मेरा सपना था और इसके लिए मैंने बहुत मेहनत की है। मैंने अपने आप को इस प्रोजेक्ट में पूरी तरह से समर्पित कर दिया।” R Madhavan Transformation भी इस बात का सबूत देता है की उन्होंने इसके लिए कितनी मेहनत और ईमानदारी से काम किया है।

फिल्म के बारे में बात करते हुए R Madhavan ने कहा, “यह रॉकेट इंजन देखने में जितना आकर्षक लगता है, उतना ही ताकतवर भी होता है। इसे देखकर आपको सच में प्यार हो जाएगा।”

अंत में, माधवन ने कहा, “मैंने इस फिल्म के निर्माण में छह साल लगाए हैं और मुझे गर्व है कि मैंने यह फिल्म बनाई है। मुझे यकीन है कि यह फिल्म दर्शकों को जरूर पसंद आएगी और नंबी नारायणन की कहानी को सही तरीके से पेश करेगी।”

आगे R Madhavan Transformation की बात करते हुए उन्होंने अपनी फैट तो फिट जर्नी और डाइट के बारे में बताया कि “रुक-रुक कर उपवास, 45-60 बार भारी मात्रा में भोजन चबाना (अपना भोजन पीना और पानी चबाना) .. अंतिम भोजन शाम 6.45 बजे। (केवल पका हुआ भोजन – दोपहर 3 बजे के बाद कुछ भी कच्चा नहीं) .. सुबह जल्दी लंबी सैर और जल्दी रात गहरी नींद (बिस्तर से 90 मिनट पहले कोई स्क्रीन टाइम नहीं) … खूब सारे तरल पदार्थ .. ढेर सारी हरी सब्जियां और भोजन जो आपके शरीर द्वारा आसानी से पच जाता है और स्वस्थ होता है। कुछ भी संसाधित नहीं हुआ। सब बहुत बढ़िया।”

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